48 राजस्थान की हवेली (Rajasthan ki Haveli)
सुनहरी कोठी (Sunhari Kothi)
• सुनहरी कोठी की हवेली टोंक मे है ।
• सुनहरी कोठी का निर्माण अजीजउदौला ने करवाया था ।
सालिमसिंह हवेली (Salimsingh Haveli)
• सालिमसिंह हवेली की जैसलमेर में है ।
• यह नौ खण्ड़ों की बनी हुई है ऊपर दो मंजिल काष्ठ की बनी है, जिन्हें वर्तमान में हटा दिया गया ।
नथमल की हवेली (Nathamal Ki Haveli)
• नथमल की हवेली जैसलमेर में है ।
• लालू और हाथी नामक दो भाईयों ने नथमल की हवेली का निर्माण करवाया था ।
पटवों की हवेली (Patwa Ki Haveli Jaisalmer Rajasthan)
• पटवों की हवेली जैसलमेर में (Patwon Ki Haveli Jaisalmer) 5 मंजिला है ।
• पटवों की हवेली (Jaisalmer Patwa Haveli) का निर्माण गुमान चन्द पटवा के पुत्रों ने करवाया था ।
• यह विश्व की एकमात्र हवेली है जिसमें खिड़कियाँ पत्थरों को काट कर बनाई है ।
• Jatwon Ki Haveli In Jaisalmer.
रामपुरियाँ की हवेली (Rampuriyan Ki Haveli)
• रामपुरियाँ की हवेली बीकानेर में है ।
बिछावतों की हवेली (Bichhavaton Ki Haveli)
• बिछावतो की हवेली बीकानेर में है ।
• बिछावतो की हवेली बीकानेर की सबसे प्राचीन है ।
• बीकानेर की हवेलियाँ लाल पत्थरों की बनी है ।
राखी हवेली (Rakhi Haveli)
• राखी हवेली जोधपुर में है ।
बड़े मियाँ की हवेली (Bademiyan Ki Haveli)
• बड़े मियाँ की हवेली जोधपुर में है ।
पोखरण की हवेली (Pokharan Ki Haveli)
• पोखरण की हवेली जोधपुर में है ।
पंसारी की हवेली (Pansari Ki Haveli)
• पंसारी की हवेली श्रीमाधोपुर (सीकर) है ।
पुष्य हवेली (Pushy Haveli)
• पुष्य हवेली जोधपुर में है ।
• यह विश्व की एक मात्र हवेली है, जो एक ही नक्षत्र पर आधारित है ।
बड़े देवता की हवेली (Bade Devata Ki Haveli)
• बड़े देवता की हवेली कोटा में है ।
सोने चाँदी की हवेली (Sona Chandi Ki Haveli)
• सोने चाँदी की हवेली महन्सर (झुन्झुनूँ) में है ।
पोदार की हवेली (Podar Ki Haveli)
• पोदार की हवेली नवलगढ़ में है ।
ईसरदास मोदी की हवेली (Isardas Modi Ki Haveli)
• ईसरदास मोदी की हवेली नवलगढ़ (झुन्झुनुँ) में है ।
• विश्व में शतादिक खिड़कियों के लिए प्रसिद्ध है ।
• सर्वाधिक हवेलियाँ नवलगढ़ में है, इसलिए नवलगढ़ को हवेलियों का नगर तथा शेखावाटी की स्वर्ण नगरी कहते है ।
भक्तो की हवेली (Bakton Ki Haveli)
• भक्तो की हवेली नवलगढ़ में है ।
जयमल फता की हवेली (Jaymal Phata Ki Haveli)
• जयमल फता की हवेली चितौड़गढ़ में है ।
केशरीसिंह बाहरठ की हवेली (Keshari Singh Baharth Ki Haveli)
• केशरीसिंह बाहरठ की हवेली शाहपुरा (भीलवाड़ा) में है ।
सुराणों की हवली (Suranon Ki Haveli)
• सुराणों की हवली चुरू में है ।
बागोर की हवेली (bagore ki haveli Udaipur)
• बागोर की हवेली उदयपुर में है ।
• बागोर की हवेली का निर्माण अमरचन्द ने करवाया था ।
• इस हवेली में विश्व की सबसे बड़ी पगड़ी रखी हुई है ।
मंत्रियों की हवेली (Matriyon Ki haveli)
• मंत्रियों की हवेली चुरू में है ।
भामाशाह की हवेली (Bhamashah Ki Haveli)
• भामाशाह की हवेली चितौडगढ़ में है ।
मंडावा की हवेली (Mandawa Ki Haveli)
• मंडावा का सुंदर शहर समग्र रूप से “ओपन आर्ट गैलरी” के रूप में जाना जाता है ।
• 18 वीं शताब्दी के दौरान, मंडावा सिल्क रोड पर यात्रा करने वाले धनी व्यापारियों के लिए एक प्रमुख पड़ाव था । उनमें से अधिकांश ने इस शहर में अपने घर बनाने का फैसला किया, जिसके परिणामस्वरूप उत्कृष्ट रूप से तैयार की गई बड़ी हवेलियों का निर्माण हुआ जो मंडावा में लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं ।
आमेट की हवेली (Amet Ki Haveli)
• आमेट की हवेली उदयपुर (Amet Ki Haveli Udaipur) में है ।
• वर्तमान आमेट हवेली का निर्माण 1734-1752 ईस्वी के बीच उदयपुर के द्वितीय महाराणा जगत सिंह जी के शासनकाल के दौरान किया गया था ।
• वह प्रसिद्ध जग निवास के निर्माता थे, जिसे वर्तमान में लेक पैलेस के नाम से जाना जाता है ।
• लेक पैलेस के निर्माण के लिए सभी पत्थर का काम और कच्चा माल वर्तमान आमेट हवेली के बगल में स्थित खुली भूमि से लाया गया था ।
• उस दौरान सदरगढ़ का जागीरदार मेवाड़ राज्य के निर्माण कार्य का प्रमुख होता था ।
• अपनी निगरानी में उन्होंने मेवाड़ के महाराणा के लिए जग निवास द्वीप महल का निर्माण कराया ।