Rajasthan Ke Durg । राजस्थान के दुर्ग
• सर्वप्रथम दुर्गों का उल्लेख मनुस्मृति में मिलता है ।
• मनु व कौटील्य ने गिरिदुर्ग को सर्वश्रेष्ट बताया है ।
• राजस्थान में सर्वाधिक गिरि दुर्ग है ।
• गिरी दुर्गों पर प्राकृतिक रूप से शत्रुओं से रक्षा होती है ।
• राजस्थान में एक कहावत के अनुसार प्रत्येक 16 कि॰मी॰ पर एक दुर्ग है ।
• राजस्थान में 250 से अधिक दुर्ग है ।
• वीर विनोद के रचियता श्यामलदास के अनुसार 84 दुर्गों में से 32 दुर्गों का निर्माण कुम्भा ने करवाया ।
• दुर्गों का जनक व स्थापत्य कला का जनक ‘महाराणा कुम्भा’ को कहते हैं ।
• सर्वाधिक दुर्गों की मरम्मत महाराणा कुम्भा ने करवाई ।
• मई 2013 में राजस्थान के 6 दुर्गों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है । आमेर दुर्ग, चितौड़गढ़ दुर्ग, कुम्भलगढ़ दुर्ग, गागरोन दुर्ग, जैसलमेर दुर्ग और रणथम्भौर दुर्ग ।
• दुर्गों में राजस्थान भारत में तीसरा स्थान रखता है ।
• दुर्गों के अनुसार भारत में प्रथम स्थान महाराष्ट्र व दूसरा स्थान मध्यप्रदेश और तीसरा स्थान राजस्थान का है ।
क्या आप बता सकते है ? दुर्ग के कितने प्रकार होते है ?
शुक्र नीति के अनुसार दुर्गों के 9 प्रकार है । (1) ऐरन दुर्ग (2) मारिख दुर्ग या पारिख दुर्ग (3) पारिध दुर्ग या मारिध दुर्ग (4) जल दुर्ग/ उदक दुर्ग/ ओदक दुर्ग (5) सैन्य दुर्ग (6) सहाय दुर्ग (7) वन दुर्ग (8) धान्व / धान्वन दुर्ग, (9) गिरी दुर्ग ।
ऐरन दुर्ग
• दुर्ग के चारों और खाई जिसका मार्ग पत्थरों से अवरूद्ध हो व पहाड़ी पर बना हो, ऐरन दुर्ग कहलाता है ।
• जैसे – रणथम्भौर दुर्ग ।
मारिख या पारिख दुर्ग
• दुर्ग के चारों ओर गहरी खाई, जिसमें पानी भरा हो ओर पानी में काटे हो, मारिख या पारिख दुर्ग है ।
• जैसे – लोहागढ़ दुर्ग ।
पारिध या मारिध दुर्ग
• वह दुर्ग जिसके चारों और दीवार हो, पारिध या मारिध दुर्ग है ।
• जैसे – कुम्भलगढ व चितौड़गढ़ दुर्ग ।
जल (उदक / ओदक) दुर्ग
• वह दुर्ग जिसके चारो ओर पानी हो, जल (उदक / ओदक) दुर्ग कहलाता है ।
• जैसे – गागरोन दुर्ग (झालावाड़) भैरारोड़गढ़ दुर्ग (चित्तोड़गढ़), शेरगढ़ दुर्ग (बारां व धौलपुर) ।
सैन्य दुर्ग
• वह दुर्ग जिसके चारों ओर सदा सैनिक पहरा देते है ।
• सुनीति के अनुसार यह दुर्ग सर्वश्रेष्ठ है ।
सहाय दुर्ग
• जिसमें सदा साथ देने वाले बन्धुजन हो ।
वन दुर्ग
• वह दुर्ग जिसके चारों ओर वन हो, वन दुर्ग कहलाता है ।
• जैसे – रणथम्भौर दुर्ग, बयाना दुर्ग, तिमनगढ़ दुर्ग (भरतपुर) ।
धान्व / धान्वन दुर्ग
• वह दुर्ग जिसके चारों ओर रेत के टीले हो ।
• जैसे – जुनागढ़ दुर्ग (बीकानेर),अहिक्षत्रपुर दुर्ग (नागौर), चुरू का किला, भटनेर दुर्ग (हनुमानगढ़) और स्वर्णगिरी दुर्ग (जैसलमेर) ।
गिरी दुर्ग
• ऊँची पहाड़ी पर ‘गिरी दुर्ग’ बना होता है ।
• जैसे – जयगढ़, नाहरगढ़, आमेर का किला, सुवर्णगिरी, मेहरानगढ़, अचलगढ़ (सिरोही), तारागढ़ ।
क्या आपको पता है ? राजस्थान में कौन-कौनसे दुर्ग है ।
राजस्थान में निम्म दुर्ग है – भैंसरोड़गढ़ दुर्ग, चित्तौड़गढ़ दुर्ग, बालादुर्ग, काकनवाड़ी दुर्ग, चुरू का किला, जुनागढ़ दुर्ग, तारागढ़ दुर्ग, तारागढ़ दुर्ग, सिवाणा दुर्ग, चौमुहा दुर्ग, स्वर्ण गिरी दुर्ग, लोहागढ़ दुर्ग, मैगनीज दुर्ग, नाहरगढ़ दुर्ग, जयगढ़ दुर्ग, कोटा का दुर्ग, बसंतगढ़ दुर्ग, नीमराणा दुर्ग, टॉटगढ़ दुर्ग, पोकरण का किला, दौसा का किला, कुचामन का किला, सज्जनगढ़ दुर्ग, रणथम्भौर दुर्ग, कुम्भलगढ़ दुर्ग, गागरोन दुर्ग, भटनेर दुर्ग, शेरगढ़ दुर्ग, शेरगढ़ दुर्ग, माण्डलगढ़ दुर्ग, बयाना दुर्ग, अहिक्षत्रपुर दुर्ग, मेहरानगढ़ दुर्ग, अचलगढ़ दुर्ग, सुवर्ण गिरी दुर्ग, आगेर दुर्ग, तिमनगढ़ दुर्ग, माधोराजपुरा गढ़, भूमगढ़, शाहबाद गढ़, अजबगढ़ दुर्ग, अजबगढ़ दुर्ग, मण्डोर दुर्ग, बनेड़ा दुर्ग, मेडता दुर्ग, केहरी गढ़ ।
कल से हम राजस्थान के सभी दुर्गों के बारे में पढ़ेंगे ।
अचलगढ़ दुर्ग | अजबगढ़ दुर्ग | अजबगढ़ दुर्ग | अहिक्षत्रपुर दुर्ग | आगेर दुर्ग |
काकनवाड़ी दुर्ग | कुचामन का किला | कुम्भलगढ़ दुर्ग | केहरी गढ़ | कोटा का दुर्ग |
गागरोन दुर्ग | चित्तौड़गढ़ दुर्ग | चुरू का किला | चौमुहा दुर्ग | जयगढ़ दुर्ग |
जुनागढ़ दुर्ग | टॉटगढ़ दुर्ग | तारागढ़ दुर्ग | तारागढ़ दुर्ग | तिमनगढ़ दुर्ग |
दौसा का किला | नाहरगढ़ दुर्ग | नीमराणा दुर्ग | पोकरण का किला | बनेड़ा दुर्ग |
बयाना दुर्ग | बसंतगढ़ दुर्ग | बालादुर्ग | भटनेर दुर्ग | भूमगढ़ |
भैंसरोड़गढ़ दुर्ग | मण्डोर दुर्ग | माण्डलगढ़ दुर्ग | माधोराजपुरा गढ़ | मेडता दुर्ग |
मेहरानगढ़ दुर्ग | मैगनीज दुर्ग | रणथम्भौर दुर्ग | लोहागढ़ दुर्ग | शाहबाद गढ़ |
शेरगढ़ दुर्ग (बारां) | शेरगढ़ दुर्ग (धौलपुर) | सज्जनगढ़ दुर्ग | सिवाणा दुर्ग | सुवर्ण गिरी दुर्ग |
स्वर्ण गिरी दुर्ग |
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