28 राजस्थान की प्रमुख झीलें

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1 राजस्थान की प्रमुख झीलें

राजस्थान की प्रमुख झीलें

मानव जीवन के लिए जल का बड़ा महत्त्व है । जल के बिना मानव क्या किसी भी प्रकार के जीव-जन्तु एवं पेड़-पौधे की कल्पना भी नहीं की जा सकती है । इसलिए मानव ने नये-नये पानी के लिए जल स्रोतों की खोज की । जिनमें नदियाँ, नहर, तालाब, झील आदि । झील दो प्रकार की होती है । पहली प्राकृतिक झील और दूसरी कृत्रिम झील । प्राकृतिक झील वो है, जो प्रकृति के द्वारा उत्पन्न हुई है । तथा दूसरी झील कृत्रिम झील मानव के द्वारा उत्कीर्ण की गई है । स्वाद के आधार पर दो प्रकार की झील है । (1) मीठे पानी की झील (2) खारे पानी की झील ।

Without water, human beings and any kind of animal and plants cannot even be imagined. That’s why man searched for new sources of water. In which rivers, canals, ponds, lakes etc. The second lake is an artificial lake carved by man. There are two types of lake on the basis of taste. (1) Fresh water lake (2) Salt water lake.

मीठे पानी की झीलें

मीठे पानी की झीलों को याद करने की ट्रिक

आ उदय काय को गज गैब घड़ जय जैत बर्रा तल ताला ।
दूगारी नक्की नन्दसमन्द नवलखा पुष्कर पीथम पिछोला ।।
फतेह फोक बाल बीसल बुड़ा बूझ राज भोपमान ।
मोती राम सावन सीली मीठी झील सुर सुजान ।।

(आनासागर झील, उदयसागर झील, कायलाना झील, कोलायत झील, गजनेर झील, गैबसागर झील, घड़सीसर झील, जयसमन्द झील, जैतसागर झील, झील का बर्रा, तलवाड़ा झील, तालाबशाही झील, दूगारी झील, नक्की झील, नन्दसमन्द झील, नवलखा झील, पुष्कर झील, पीथमपुरी झील, पिछोला झील, फतेहसागर झील, फोक सागर झील, बालसमन्द झील, बीसलसर झील, बुड़ा जोहड झील, बूझ झील, राजसमन्द झील, भोपाल सागर झील, मानसरोवर झील, मोती झील, रामसागर झील, सावन भादो झील, सीलीसेढ़ झील, सुरसागर झील और सुजान गंगा झील मीठे पानी की झीलें है ।)

जयसमन्द झील

• जयसमन्द झील उदयपुर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• जयसमन्द झील का निर्माण जयसिंह ने 1685-1691 तक के समय में करवाया ।
• इसे देवर झील भी कहते हैं ।
• यह गोमती नदी पर बनी हुई है ।
• यह राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिण मीठे पानी की झील है परन्तु भारत की सबसे बड़ी कृत्रिण मीठे पानी की झील गोविन्द सागर झील है, जो रोपड़ जिला पंजाब में है ।
• जयसमन्द झील को जलचरों की बरती भी कहते है ।
• जयसमन्द झील में 7 टापू बने हुए है । सबसे बडा टापू बाबा का भाखडा व सबसे छोटा टापू प्यारी है ।
• इन टापूओ पर भील और मीणा जनजातियों के लोग निवास करते हैं ।
• इस झील से श्यामपुरा और भाट नहर निकाली गई है ।
• इस झील के किनारे रूठी रानी का महल भी बना हुआ है परन्तु एक रूठी रानी का महल अजमेर में भी है ।

राजसमन्द झील

• राजसमन्द झील काकरोली (राजसमन्द) में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• राजसमन्द झील गोमती नदी के किनारे है ।
• यह राजस्थान की एकमात्र झील है जिसका नाम किसी जिले के नाम पर है ।
• यह राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी कृत्रिम मीठे पानी की झील है ।
• इसका निर्माण 1662-1667 में राजसिंह ने करवाया था ।
• इस झील का निर्माण अकाल राहत कार्य में करवाया गया ।
• इस झील के किनारे घेवर माता का मन्दिर और द्वारिकाधीश का मन्दिर बना हुआ है ।
• इस झील का उत्तरी भाग नौ चौकी कहलाता है, जिस पर 25 संगमरमर के बड़े शिलालेख रखे हुए है ।
• इस शिलालेखों पर रणछोड़ भट्ट तैलंग ने संस्कृत भाषा ने मेवाड़ का इतिहास लिखा । इसे राजप्रशस्ति कहा जाता है, जो विश्व की सबसे बडी प्रशस्ति है ।

नक्की झील

• नक्की झील माउण्ट आबू (सिराही) में है ।
• एक कहावत के अनुसार इस झील का निर्माण देवताओं ने अपने नाखुनों से किया ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• यह राजस्थान सबसे ऊँची झील है ।
• यह राजस्थान की सबसे गहरी झील है ।
• यह राजस्थान की एकमात्र झील है, जो अक्सर सर्दियों में जम जाती है ।
• यहाँ हनीमुन पॉइन्ट जथा राजरोट पाइन्ट स्थित है ।
• यहाँ एक शिलाखण्ड है जिसकी आकृति घूँघट निकाले महिला के समान है, जिसे ननरॉक कहते है ।
• यहाँ एक ऐसा शिलाखण्ड है, जिसकी आकृति मेंढ़क के समान है, जिसे टॉडरॉक कहते है ।
• यहाँ हाथी गुफा, चम्पा गुफा तथा रामझरोखा स्थित है ।
• यह एक विवृतनिक या क्रेटर झील है ।

गजनेर झील

• यह बीकानेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• यह दर्पण के समान प्रतीत होती है ।

कोलायत झील

• यह बीकानेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसे मरूस्थल का सुन्दर मरूउद्यान कहा जाता है ।
• यहाँ कपिल मुनि ने सांख्य दर्शन का प्रतिपादन किया ।
• यहाँ कार्तिक पूर्णिमा को कपिल मुनि का मेला लगता है ।
• कोलायत झील में चारण जाति के लोग स्नान नहीं करते हैं ।
• कोलायत झील में दीप दाने की विशेष प्रथा प्रचलित है ।

पिछोला झील

• पिछोला झील उदयपुर में है ।
• इसका निर्माण 14 वीं शताब्दी में राणा लाखा के शासन काल में एक चिडीमार बणजारे (छितर / पिच्छु) ने करवाया था ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• यह एकमात्र झील है, जिसका निर्माण बैल की याद में करवाया गया है ।
• इस झील में सीसारमा और बुझड़ा नदियों का पानी आता है ।
• इस झील में जगमन्दिर और जगनिवास बने हुए है ।
• इस झील के किनारे राजमहल (सीटी पैलेस) बना है ।
• इस झील के किनारे नटनी का चबूतरा बना है ।
• विश्व की प्रथम सौर ऊर्जा चलित नाव पिछोला झील में चलाई गई ।
• महाराणा प्रताप व मानसिंह की मुलाकात इसी झील के किनारे हुई ।

नन्दसमन्द झील

• नन्दसमन्द झील राजसमन्द में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसे राजसमन्द की लाइफ कहते है ।

भोपाल सागर झील

• भोपाल सागर झील चितौडगढ़ में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।

पीथमपुरी झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• पीथमपुरी झील सीकर में है ।

पुष्कर झील

• यह एक प्राकृतिक झील है ।
• यह राजस्थान की सबसे बड़ी प्राकृतिक मीठे पानी की झील है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• यह ज्वालामुखी से निर्मित झील है ।
• यह राजस्थान की सबसे पवित्र व प्रदूषित झील है ।
• पुष्कर झील राजस्थान की सबसे प्राचीन झील है ।
• पुष्कर को तीर्थों का मामा कहते हैं ।
• पुष्कर को कोंकण तीर्थ, तीर्थ राज व प्रयागराज का गुरू भी कहते है ।
• इस झील में 1997-1998 में कनाड़ा के सहयोग से मिट्टी निकालने का कार्य किया गया ।
• भगवान श्रीराम ने अपने पिता दशरथ का पिंड दान इसी झील में किया ।
• इस झील में 52 बने हुए है ।
• महारानी मेरी ने इस झील में महिला घाट का निर्माण करवाया ।
• महात्मा गाँधी की अस्तियाँ महिला घाट में विसर्जित की गई । इस कारण इसे गाँधी घाट कहते है ।
• महाभारत युद्ध के पश्चात् कौरव और पांडवों का मिलन इसी झील के किनारे हुआ था ।
• वेदव्यास ने महाभारत ग्रन्थ की रचना इसी झील के किनारे की ।
• कालिदास ने अभिज्ञान शांकुन्तलम् ग्रन्थ की रचना इसी झील के किनारे की ।
• विश्वामित्र की तपस्या को मेनका आसरा ने इसी झील के किनारे भंग किया ।
• इसी झील के किनारे गुरु गोविन्द सिंह ने गुरु ग्रन्थ साहिब को पाठ किया ।
• विश्व का प्रथम यज्ञ इसी झील के किनारे हुआ ।
• भृर्तहरी की गुफा इसी झील के किनारे स्थित है । यह झील अर्द्धचन्द्राकार है ।
• इस झील के किनारे कार्तिक पूर्णिमा को पुष्कर मेला लगता है ।
• यह झील हिन्दुओं का पाचवाँ तीर्थ कहलाती है ।

आनासागर झील

• आनासागर झील अजमेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसका निर्माण अर्णोराज ने करवाया ।
• इस झील का निर्माण तुर्को के रक्त को साफ करवाने के लिए किया गया है ।
• इस झील में बांडी नदी पानी आता है ।
• जहाँगीर ने इस झील के किनारे दौलताबाग का निर्माण करवाया, जिसे वर्तमान में सुभाष उद्यान भी कहते है ।
• शाहजहाँ ने इस झील के किनारे बारहदरी को निर्माण करवाया ।

बीसलसर झील

• बीसलसर झील अजमेर में है लेकिन बीसलपुर बाँध टोंक में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसका निर्माण बिसलवेव ने करवाया ।
• जहाँगीर ने इस झील के किनारे एक महल का निर्माण करवाया, जिसमें वर्तमान में एक चर्च चलता है ।

घड़सीसर झील

• घड़सीसर झील जैसलमेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इस झील से जैसलमेर में पेयजल आपूर्ति होती है ।

बूझ झील

• बूझ झील जैसलमेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इस झील में कांकनी (मसूरदी) नदी का पानी आता है ।

सावन भादो झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• सावन भादो झील अचलगढ़ (सिरोही) में है ।

सुरसागर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• सुरसागर झील जोधपुर में है ।

जैतसागर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• जैतसागर झील बूँदी में है ।

फतेहसागर झील

• फतेहसागर झील उदयपुर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसका जयसिंह ने निर्माण करवाया तथा फतेहसिंह ने इसका पुनः निर्माण करवाया ।
• इस झील की आधारशिला ड्यूक ऑफ कॅनाट ने रखी, इस कारण इसे कनॉट बाँध भी कहते है ।
• संग्राम सिंह द्वितीय ने इस झील के किनारे सहेलियों की बाडी का निर्माण करवाया ।
• इस झील में एक टापू है, जिस पर नेहरू उद्यान या नेहरू आइसलैण्ड बना है ।
• इस झील के किनारे बेल्जियम के सहयोग से सौरशाला (टेलिस्कोप) की स्थापना की गई है ।
• इस झील के किनारे महाराणा प्रताप का स्मारक मोती मांगरी पहाड़ी पर विकसित किया गया ।

फोक सागर झील

• फोक सागर झील अजमेर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसका निर्माण फॉय नामक इंजीनियर ने करवाया ।
• इनका निर्माण बाढ़ राहत कार्यों में किया गया ।
• इसमें बाँडी नदी का पानी आता है ।

दूगारी झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• दूगारी झील बूँदी में है ।

नवलखा झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• नवलखा झील बूँदी में है ।

मानसरोवर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• मानसरोवर झील झालावाड़ में है ।

गैबसागर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• गैबसागर झील डूँगरपुर में है ।

रामसागर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• रामसागर झील धौलपुर में है ।

बालसमन्द झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• बालसमन्द झील जोधपुर में है ।

तालाबशाही झील

• तालाबशाही झील धौलपुर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• जहाँगीर के सामान्त सलेह खाँ ने इसका निर्माण करवाया था ।

झील का बर्रा

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• झील का बर्रा भरतपुर में है ।

बुड़ा जोहड झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• बुड़ा जोहड झील गंगानगर में है ।

उदयसागर झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• उदयसागर झील उदयपुर में है ।

मोती झील

• मोती झील भरतपुर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इस झील में रूपारेल नदी का पानी आता है ।
• इसे भरतपुर का लाईफ लाइन कहते है ।
• इस झील में नीले हरित शैवालो से नाइट्रोजन युक्त खाद प्राप्त की जाती है ।

सुजान गंगा झील

• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• सुजान गंगा झील भरतपुर में है ।
• सुजान गंगा झील का निर्माण सुरजमल जाट ने करवाया ।

तलवाड़ा झील

• तलवाड़ा झील हनुमानगढ़ में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसमें घग्घर नदी का पानी आता है ।
• तलवाड़ा झील राजस्थान की सबसे नीची झील है ।

कायलाना झील

• कायलाना झील जोधपुर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इस झील के किनारे भारत का प्रथम मरू वानस्पतिक उद्यान बना हुआ है ।
• यह राजस्थान की एकमात्र झील है, जिसमें इंदिरा गाँधी नहर परियोजना का पानी राजीव गाँधी केनाल के माध्यम से डाला जाता है ।

सीलीसेढ़ झील

• सीलीसेढ़ झील अलवर में है ।
• यह एक मीठे पानी की झील है ।
• इसे राजस्थान का नन्दन कानन कहते है ।
• इसका निर्माण विनयसिंह ने करवाया था ।
• विनयसिंह ने अपनी रानी शीला के लिए इस झील में 6 मंजिला एक महल बनाया, जिसे वर्तमान में होटल लैक पैलेस के रूप में परिवर्तित कर दिया गया ।

खारे पानी की झीलें

खारे पानी की झीलें को याद करने की ट्रिक

(सूत्र:- काका ताल-डे साडी परे नालु । ये सब खारे पानी की झीलु ।। अर्थात् कावोद झील, काछोर झील, तालछापर झील, डेगाना झील, सांभर झील, डीडवाना झील, पंचपद्रा झील, रेवासा झील, नावा झील, लुणकरणसर झील ये सब खारे पानी की झील है ।)

• खारे पानी की झीले टेथिस सागर का अवशेष है ।
• सर्वाधिक खारे पानी की झीले नागौर में है ।

सांभर झील

• सांभर झील जयपुर में है ।
• सांभर झील एक खारे पानी की झील है ।
• सांभर झील जयपुर, अजमेर और नागौर की सीमा बनाती है ।
• वासुदेव चौहान ने सांभर झील का निर्माण करवाया था ।
• यह राजस्थान की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है ।
• सांभर झील भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है ।
• भारत की सबसे बड़ी आन्तरिक जल क्षेत्र वाली सांभर झील है ।
• सांभर झील भारत के कुल नमक उत्पादन का 8.7 % नमक उत्पादन करती है ।

• सांभर झील जयपुर में है ।
• सांभर झील एक खारे पानी की झील है ।
• सांभर झील जयपुर, अजमेर और नागौर की सीमा बनाती है ।
• वासुदेव चौहान ने सांभर झील का निर्माण करवाया था ।
• यह राजस्थान की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है ।
• सांभर झील भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है ।
• भारत की सबसे बड़ी आन्तरिक जल क्षेत्र वाली सांभर झील है ।
• सांभर झील भारत के कुल नमक उत्पादन का 8.7 % नमक उत्पादन करती है । सांभर झील को पर्यटन क्षेत्र में रामसर साईट के नाम से जाना जाता है ।
• सांभर झील में सान्ड म्यूजियम की स्थापना की गई है ।
• गुजरात की राज्यपक्षी राजहंस तथा विरह का प्रतिक कुरजां पक्षी सांभर झील में विचरण करने के लिए आते है ।
• सांभर झील प्रसिद्ध दिवयानी तीर्थ स्थित है जिसे तीर्थों की नानी कहते है ।
• सांभर झील की समुन्द्र तल से ऊँचाई 367 मीटर है ।
• सांभर झील में नमक उत्पादन का कार्य हिन्दुस्तान साल्ट निगम निमिटेड कम्पनी कर रही है ।
• सांभर झील में मेन्था (मेन्डा), खारी, खण्डेला व रूपनगढ़ नदियाँ आकर गिरता है ।
• सांभर झील को पर्यटन क्षेत्र में रामसर साईट के नाम से जाना जाता है ।
• सांभर झील में सान्ड म्यूजियम की स्थापना की गई है ।
• गुजरात की राज्यपक्षी राजहंस तथा विरह का प्रतिक कुरजां पक्षी सांभर झील में विचरण करने के लिए आते है ।
• सांभर झील प्रसिद्ध दिवयानी तीर्थ स्थित है जिसे तीर्थों की नानी कहते है ।
• सांभर झील की समुन्द्र तल से ऊँचाई 367 मीटर है ।
• सांभर झील में नमक उत्पादन का कार्य हिन्दुस्तान साल्ट निगम निमिटेड कम्पनी कर रही है ।
• सांभर झील में मेन्था (मेन्डा), खारी, खण्डेला व रूपनगढ़ नदियाँ आकर गिरता है ।

डीडवाना झील

• डीडवाना झील नागौर में है ।
• यह एक खारे पानी की झील है ।
• इस झील का नमक खाने योग्य नहीं है ।
• इस झील मे नमक उत्पादन की काम देशवाल जाति के लोग करते है ।
• सोडियम की मात्रा अधिक पाई जाती है ।

पंचभद्रा झील

• पंचभद्रा झील बालोतर (बाड़मेर में) है ।
• यह एक खारे पानी की झील है ।
• इस झील में नमक उत्पादन को कार्य खारवाल जाति के लोग करते हैं ।
• इस झील में मोरली नामक झाड़ी से नमक तैयार किया जाता है ।
• इस झील में सोडियम क्लोराइड की मात्रा 98 प्रतिशत पाई जाती है ।
• इस झील का नमक सर्वोच्च कोटी का नमक है ।

रेवासा झील

• रेवासा झील सीकर में है ।
• यह एक खारे पानी की झील है ।
• यह झील प्राचीन काल में नमक उत्पादन के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध थी ।
• कर्नल जेम्स टॉड ने इस झील की प्रशंसा अपनी पुस्तक में कि थी ।

लुणकरणसर झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• लुणकरणसर झील बीकानेर में है ।

नावा झील

• नावा झील नागौर में है ।
• यह एक खारे पानी की झील है ।
• भारत सरकार ने यहाँ आदर्श लवण फार्म स्थापित किया है ।
• नावा में राजस्थान की सबसे बड़ी नमक मण्डी है ।

फलौदी झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• फलौदी झील जोधपुर में है ।

डेगाना झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• डेगाना झील नागौर में है ।

तालछापर झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• तालछापर झील चुरू में है ।

कुचामन झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• कुचामन झील नागौर में है ।

कावोद झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• कावोद झील जैसलमेर में है ।
• आयोडिन की दृष्टि से सबसे उतम नमक यहाँ से प्राप्त होता है ।

काछोर झील

• यह एक खारे पानी की झील है ।
• काछोर झील सीकर में है ।

जिलों में स्थित झीलें

  1. अजमेर :- आनासागर झील, बीसलसर झील, फोकसागर झील अजमेर जिले में है ।
  2. अलवर :- सीलीसेढ़ झील अलवर जिले में है ।
  3. उदयपुर :- जयसमन्द झील ,राजसमन्द झील, पिछोला झील, फतेह सागर झील, उदयसागर झील उदयपुर जिले में है ।
  4. गंगानगर :- बुड़ा जोहड झील गंगानगर जिले में है ।
  5. चितौडगढ़ :- भोपाल सागर झील चितौडगढ़ जिले में है ।
  6. चुरू :- तालछापर झील चुरू जिले में है ।
  7. जयपुर :- सांभर झील जयपुर जिले में है ।
  8. जैसलमेर :- पुष्कर झील, घड़सीसर झील, बूझ झील, कावोद झील जैसलमेर जिले में है ।
  9. जोधपुर :- सुरसागर झील, बालसमन्द झील, कायलाना झील, फलौदी झील जोधपुर जिले में है ।
  10. झालावाड़ :- मानसागर झील झालावाड़ जिले में है ।
  11. डूँगरपुर :- गैबसागर झील डूँगरपुर जिले में है ।
  12. धौलपुर :- रामसागर झील, तालाबशाही झील धौलपुर जिले में है ।
  13. नागौर :- डीडवाना झील, नावा झील, डेगाना झील, कुचामन झील नागौर जिले में है ।
  14. बाड़मेर :- पंचभद्रा झील बाड़मेर जिले में है ।
  15. बीकानेर :- गजनेर झील, कोलायत झील, लुणकरणसर झील बीकानेर जिले में है ।
  16. बूँदी :- जैतसागर झील, दूगारी झील, नवलखा झील बूँदी जिले में है ।
  17. भरतपुर :- झील का बर्रा, मोती झील, सुजान गंगा झील भरतपुर जिले में है ।
  18. राजसमन्द :- राजसमन्द झील, नन्दसमन्द झील राजसमन्द जिले में है ।
  19. सिरोही :- नक्की झील, सावन भादो झील सिरोही जिले में है ।
  20. सीकर :- पीथमपुरी झील, रेवासा झील, काछोर झील सीकर जिले में है ।
  21. हनुमानगढ़ :- तलवाड़ा झील हनुमानगढ़ जिले में है ।

विशेष तथ्य

  1. राजस्थान में सर्वाधिक झील उदयपुर में है ।
  2. राजस्थान में सर्वाधिक मीठे पानी की झीलें उदयपुर में है ।
  3. सम जलवायु वाला जिला उदयपुर है ।
  4. राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर है ।
  5. भारत की झीलों की नगरी श्रीनगर है ।

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